The best Side of kismat ka upay
The best Side of kismat ka upay
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पत्नी सुख दुख का साथी होती है और बच्चे प्रेम का प्रतीक माने जाते हैं ऐसे में यदि आप अपनी किस्मत को चमकाने के उपाय कर रहे हैं तो अपनी पत्नी और बच्चों को कभी भी दुख ना दें। परिवार जितना खुशहाल रहेगा आपकी किस्मत इतनी ही अच्छी रहेगी यदि आप अपने बच्चों को दुख देते हैं तो आपके तरक्की के रास्ते भी बाधित होते हैं इसलिए ध्यान रहे कि अपनी किस्मत को चमकाने के लिए सदैव पति पत्नी और बच्चों को खुश रखें।
बेडरूम में अपनाएं ये वास्तु टिप्स, दांपत्य जीवन में बना रहेगा प्यार
अगर इस दिशा में घर का मेन गेट नहीं है तो तोड़-फोड़ करने करने के बजाए अपने मेनगेट का रंग लाल रंग से मिलता जुलता करा लें.
प्रकृति के सबसे बड़े देवता के रूप में सूर्य ही हैं ऐसे में अपनी किस्मत चमकाने के लिए सूर्य देवता की आराधना करनी चाहिए और प्रतिदिन स्नान आदि करके सूर्य देवता को जल अर्पित करें इससे आपकी किस्मत चमकेगी
उस डोरे को बच्चे के गले या कमर में बांध दें !
ज्येष्ठा नक्षत्र में जन्मे व्यक्ति का भविष्यफल
कुंडली में भाग्य- कुंडली में नवम भाग को ज्योतिष में भाग्य और लाल किताब में धर्मी भाव माना जाता है। नवम भाव का स्वामी गुरु होता है जिसे नवमेश या भाग्येश कहते हैं। मतलब यह कि आपकी कुंडली में नवम भाव और नवमेश शुभ नहीं है, तो उन पर शुभ ग्रहों का प्रभाव नहीं है या सोए हुए हैं तो आपको जीवनभर संघर्ष ही करते रहना होगा।
लोग लोग अपने कर्म से ज्यादा भाग्य पर भरोसा करते हैं। हाथों में भाग्य रेखाएं होती हैं, उसी तरह कुंडली में नौवां स्थान भाग्य का माना गया है। हालांकि कर्म और भाग्य दोनों ही एक-दूसरे से जुड़े हुए हैं। कर्म के सिद्धांत को समझे बगैर आप भाग्य को नहीं समझ सकते हैं। यदि किसी से यह कहा जाए कि भाग्य जैसा कुछ नहीं होता तो वह ऐसे कई उदाहरण बता देगा जिसमें भाग्य का रोल रहा है, जैसे किसी की लॉटरी खुल जाना, अचानक किसी का मुख्यमंत्री या प्रधानमंत्री बन जाना, आसमान से गिरने के बाद में भी सही-सलामत बच जाना आदि। खैर...
हाथों में भाग्य रेखा- हाथों में भाग्य रेखा होती है। राहु या केतु पर्वत get more info से निकलकर शनि या गुरु पर्वत की ओर जाने वाली रेखा को भाग्य रेखा कहते हैं। भाग्य रेखा यदि सरल और स्पष्ट है तो व्यक्ति का भाग्य साथ देगा लेकिन यह रेखा यदि टूटी-फूटी और अस्पष्ट है तो कर्म पर ही निर्भर रहना होगा। यह भी मान्यता है कि यदि यह रेखा कलाई से निकलकर गुरु पर्वत में मिल जाए तो व्यक्ति बहुत ही ज्यादा भाग्यशाली होता है लेकिन शनि पर्वत में मिल जाए तो भाग्य की कोई ग्यारंटी नहीं। लेकिन यदि आपके हाथ में यह रेखा है ही नहीं तो फिर क्या करें?
सड़क से ऊंचा हो प्लॉट : प्लॉट खरीदते समय इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि वह आसपास बनी रोड़ से ऊंचा हो। सड़क से निचली जगह पर होने वाला प्लॉट अच्छा नहीं माना जाता है और आर्थिक संकट का कारण बनता है।
पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र में जन्मे व्यक्ति का भविष्यफल
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रोज सुबह जब आप उठें तो सबसे पहले दोनों हाथों की हथेलियों को कुछ क्षण देखकर चेहरे पर तीन चार बार फेरे। धर्म ग्रंथों के अनुसार, हथेली के ऊपरी भाग में मां लक्ष्मी, बीच में मां सरस्वती व नीचे के भाग (मणि बंध) में भगवान विष्णु का स्थान होता है। इसलिए रोज सुबह उठते ही अपनी हथेली देखने से भाग्य चमक उठता है। सूर्य की आराधना नियमित करें।
मुख्य द्वारा की सज्जा: घर के मुख्य द्वार की सजावट अच्छी होना चाहिए ताकि समृद्धि बिना झिझक आपके घर में प्रवेश कर सके। इसके अलावा अपने घर के द्वार पर अपने नाम की नंबर प्लेट भी होना चाहिए। इस हिस्से में अच्छी रोशनी और रंग-रोगन होना चाहिए।